Namaz
( Step7 )अगर आप ऐमाम हैँ तो दूसरी रकअत के लिए खड़े होते ही सबसे पहले सूरह फातेहा पढ़े और फिर कोई एक सूरत पढ़े अगर आप ऐमाम नहीं हैँ तो सिर्फ सुने इसके बाद दूसरी रक्त के सूरत कों मुकम्मल होते ही रुकूअ मे ना जाए बल्कि फिर से तीन ताकबीर कहे
For Example👇
(1) अल्लाहु अकबर कह कर (हाँथ कों छोड़ दें )
(2) अल्लाहु अकबर कह कर (हाँथ कों छोड़ दें )
(3) अल्लाहु अकबर कह कर (हाँथ कों छोड़ दे.)
और फिर चौथी ताकबीर यानि अल्लाहु अकबर कहते हुए रुकूअ में जाए और फिर आम नमजो की तरह रुकूअ सज़दा करें और फिर ताहियात दुरुद वगैरह पढ़ कर सलाम फेर दे
Eid Ki Namaz Padhne Ka Mukammal Tarka In Hindi - ईद की नमाज़ का मुकम्मल तरीक़ा
Eid Ki Namaz Padhne Ka Mukammal Tarka In Hindi - ईद की नमाज़ का मुकम्मल तरीक़ा
What Is Ead - ईद क्या है
मजहबे इस्लाम में ईद की नमाज़ पूरी दुन्या के मोसलमानों के लिए ख़ुशी मानाने का दिन है ये भी एक अल्लाह तआला का दिया हुआ बेहतरीन तोहफा है पुरे वर्ल्ड के मुस्लिमों के लिए माहे रमजान जो तमाम महीनों से अफजल महीना है इस महीने. कों गुजरते ही पुरे वर्ल्ड के मुस्लिम ईद मानाने लगते हैँक और सब मुसलमान आपस गले मिलने लगते हैं और सब एक दुसरे को मोबारक बाड़ी देते हैं |
Namaz E Ead Ki Niyyt Hindi - नमाजे ईद की निय्यत
नियत की मैंने दो रकअत नमाजे ईदुल फ़ित्र की वाज़िब 6 जायेद ताकबीरो के साथ वासते अल्लाह तआला के मुँह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर |
ईद की नमाज़ का मुकम्मल तरीक़ा - Eid Ki Namaz Kaise Padhen
( Step 1 ) जब आप ईद की नमाज़ पढ़ने के लिए मुसल्ले पे जाए तो सबसे पहले नियत करें जो ऊपर में दिया हुआ है 👉 )
( Step 2 ) निय्यत पढ़ा कर अल्लाहु अकबर कहते हुए अपने दोनों हाथों कों अपने नाभ के निचे बांध ले
( जरूर पढ़े ) अगर आप इमाम नहीं है तो नियत में (वास्ते अल्लाह तआला ) के बाद इतना जरूर कहें ( पीछे इस इमाम के ) मुँह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर )
( Step 3 ) इसके बाद सना पढ़े 👉 ( सुब्हानका अल्लाहुम्मा वा बेहमदेका वा तबारकस्मोका वा तआला जद्दोक वला इलाहा गैरुका )
( Step 4 ) जब आप सना पढ़ ले तो तीन ताकबीर कहे तीन ताकबीर कहने का तरीका
( जरूर पढ़े ) अगर आप इमाम नहीं है तो नियत में (वास्ते अल्लाह तआला ) के बाद इतना जरूर कहें ( पीछे इस इमाम के ) मुँह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर )
( Step 3 ) इसके बाद सना पढ़े 👉 ( सुब्हानका अल्लाहुम्मा वा बेहमदेका वा तबारकस्मोका वा तआला जद्दोक वला इलाहा गैरुका )
( Step 4 ) जब आप सना पढ़ ले तो तीन ताकबीर कहे तीन ताकबीर कहने का तरीका
( Step 5 ) 👉 सबसे पहले ( अल्लाहु अकबर कहते हुए अपने दोनों हाँथो कों कानों तक ले जाए और वापस मे लाते हुए दोनों हाथों कों सीधा निचे की तरफ खुले रहने दें ( इसी तरह दो बार अल्लाहु अकबर कहते हुए हाथों कों निचे की तरफ छोड़ दें और तीसरी बार में अल्लाहु अकबर कहते हुए अपने दोनों हाथों कों नाभ के निचे लाकर बांध ले
For Example 👇
(1) अल्लाहु अकबर कह कर (हाँथ कों छोड़ दें )
(2) अल्लाहु अकबर कह कर (हाँथ कों छोड़ दें )
(3) अल्लाहु अकबर कह कर (हाँथ बाँध ले नाभ के निचे )
( Step 6 ) इसके बाद अगर आप ऐमाम हैँ तो सूरह फातेहा पढ़े और कोई भी एक सूरत पढ़े अगर आप ऐमाम नहीं हैँ तो सिर्फ आप सिर्फ हाँध कों बंधे हुए सूरत कों सुने इसके बाद रुकूअ और सुजूद करें और फिर दूसरी रकअत के लिए खड़े हो जाए
For Example 👇
(1) अल्लाहु अकबर कह कर (हाँथ कों छोड़ दें )
(2) अल्लाहु अकबर कह कर (हाँथ कों छोड़ दें )
(3) अल्लाहु अकबर कह कर (हाँथ बाँध ले नाभ के निचे )
( Step 6 ) इसके बाद अगर आप ऐमाम हैँ तो सूरह फातेहा पढ़े और कोई भी एक सूरत पढ़े अगर आप ऐमाम नहीं हैँ तो सिर्फ आप सिर्फ हाँध कों बंधे हुए सूरत कों सुने इसके बाद रुकूअ और सुजूद करें और फिर दूसरी रकअत के लिए खड़े हो जाए
( Step7 )अगर आप ऐमाम हैँ तो दूसरी रकअत के लिए खड़े होते ही सबसे पहले सूरह फातेहा पढ़े और फिर कोई एक सूरत पढ़े अगर आप ऐमाम नहीं हैँ तो सिर्फ सुने इसके बाद दूसरी रक्त के सूरत कों मुकम्मल होते ही रुकूअ मे ना जाए बल्कि फिर से तीन ताकबीर कहे
For Example👇
(1) अल्लाहु अकबर कह कर (हाँथ कों छोड़ दें )
(2) अल्लाहु अकबर कह कर (हाँथ कों छोड़ दें )
(3) अल्लाहु अकबर कह कर (हाँथ कों छोड़ दे.)
और फिर चौथी ताकबीर यानि अल्लाहु अकबर कहते हुए रुकूअ में जाए और फिर आम नमजो की तरह रुकूअ सज़दा करें और फिर ताहियात दुरुद वगैरह पढ़ कर सलाम फेर दे
( Step 8 ) इसके बाद अगर आप ऐमाम हैँ तो खुतबा पढ़े और अगर आप ऐमाम नहीं है तो सिर्फ खुतबा कों सुने और खुतबा के बाद दुआ पढ़े दुआ ये भी पढ़ सकते हैँ
👉 अल्लाहुमा रब्बना आतिना फिददुन्या हसनताऊँ वा फील आखिरती हसनताऊँ वा किना आजाबन्नार )
यहाँ से ईद की नमाज पढ़ने का तरीका मुकम्मल हो गया
यहाँ से ईद की नमाज पढ़ने का तरीका मुकम्मल हो गया
मुसलमान नमाजे ईद क्यों मनाते हैँ
माहे रमजान में मुसलमानो के लिए अल्लाह तआला ने बहुत बड़े बड़े इनाम रखे है और जो मुसलमान रमजान के महीने मे नेकी का काम करता है उसको अल्लाह तआला और महीनों से कहीं ज्यादा आता फरमाता है यानि हर नेकी का दुगना आता फरमाता है यानि अल्लाह तआला रमजान में अपने बन्दों कों इतना आता करता है के उसकी कोई मिसाल नहीं है
माहे रमजान अल्लाह तआला अपने बन्दों की गुनाहो कों मगफेरत आता करता है यानि यही वजह है के लोग रमजान के महीने कों गुज़ार कर ईद मनाते है और अल्लाह तआला का शुक्र अदा करते हैँ के हम मुसलमानो रमजान जैसा महीना आता किया जिसमे अल्लाह तआला हमारे रोजे कों पसंद करता है
माहे रमजान अल्लाह तआला अपने बन्दों की गुनाहो कों मगफेरत आता करता है यानि यही वजह है के लोग रमजान के महीने कों गुज़ार कर ईद मनाते है और अल्लाह तआला का शुक्र अदा करते हैँ के हम मुसलमानो रमजान जैसा महीना आता किया जिसमे अल्लाह तआला हमारे रोजे कों पसंद करता है
ईद की नमाज़ पढ़ने से पहले क्या करें
ईद की नमाज़ पढ़ने से पहले आपके ऊपर जो भी जकात फितरा का रकम बनता है उसको अल्लाह तआला की रज़ा के लिए अदा करें और अगर आप जकात फितरा अदा नहीं करते है तो आपके रोजे जमीनों आसमान के दरमियान लटकी रहती है जिस तरह बगैर दुरुदे पाक पढ़े कोई दुआ करे इस लिए चाहिए के हर मोमिन मुस्लिम नमाज़ ईद से पहले अपने जकात और फितरे का रकम अल्लाह की राह में खर्च करें
तो फ्रेंड आज की इस आर्टिकल में आप लोगों ने जाना के ईद की नमाज़ कैसे पढ़ी जाती है और ईद की नमाज़ का तरीका क्या है मुसलमान ईद की नमाज़ क्यों पढ़ते है क्यों मनाते हैँ आशा करते है ये आर्टिकल पसंद जरूर आया होगा अगर पसंद आये तो शेयर और कॉमेंट जरूर करें
तो फ्रेंड आज की इस आर्टिकल में आप लोगों ने जाना के ईद की नमाज़ कैसे पढ़ी जाती है और ईद की नमाज़ का तरीका क्या है मुसलमान ईद की नमाज़ क्यों पढ़ते है क्यों मनाते हैँ आशा करते है ये आर्टिकल पसंद जरूर आया होगा अगर पसंद आये तो शेयर और कॉमेंट जरूर करें
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