Namaz
Step 1. सबसे पहले निय्यत करें
Step 2. फिर सना पढ़े जो नमाज में पढ़ते हैं
Step 3. उसके बाद सुरह फातिहा पढ़े और कोई सूरह मिलायें और रुकूअ सजदा करें खड़े हो जायें
Step 4. फिर बिस्मिल्लाह पढ़कर सुरह फातिहा पढ़े और कोई सूरह मिलायें और रुकूअ सजदा करें बैठ जायें.
Step 5. इसके बाद तहिय्यात और दुरुद और दुआये मसूरह पढ़ कर सलाम फेर दें नमाज मुकम्मल हुई 2 रकअत अगर आप और पढ़ना चाहें तो इसी तरह बारह रकअत तक अदा कर सकते हैं फिर हर दो रकअत के बाद दुआ पढ़ सकते हैं |
Chasht Ki Namaz Ka Mukammal Tarika In Hindi - चाशत की नमाज का मुकम्मल तारिका
Chasht Ki Namaz Ka Mukammal Tarika In Hindi
What is Chasht Ki Namaz-चाशत कि नमाज क्या है ?
हज़रतें अबू दरदा रदी अल्लाहो अनहो से रिवायत है कि रसूले पाक सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया :- जो शख्स चाश्त की 2 रकअत पढ़े वो गाफ़िलों में शुमार नहीं होता, और जो 4 रकअत पढ़े वो इबादत गुज़ारों में शुमार होता है, और जो 6 पढ़े उसका पूरा दिन सलामती के साथ गुज़रता है, और जो 8 पढ़े अल्लाह ताअला उसे फरमा बारदारों में लिख देता हैं, और जो 12 पढ़े अल्लाह तआला उसके लिए जन्नत में एक महल बना देता हैं |
नामजे चाश्त कि फ़जीलत क्या है ?
फरमाने मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहि व सल्लम जो चाश्त कि दो रकअतें पाबन्दी से अदा करता रहे उसके गुनाह माफ़ कर दिए जाते हैं अगर चे समंदर के झाग के बराबर हों |
नमझे चाश्त पढ़ने का समय क्या है ?
नमाज इशराक का समय शुरू होता है सुरज निकलने के बीस मिनट बाद से और नमाजे चाश्त का समय शुरू होता है जब पुरे पुर सूरज निकल जाये यानि सूरज बुलंद हो जाये और धुप में थोड़ी गर्मी paida हो जाये तब से नामजे चाश्त पढ़ना शुरू कर सकते है और इसका समय ख़तम होत अहइ जवाल तक यानि लग भाग 11 बजे दिन तक रहता है।
नमजे चाश्त में कितनी रकअत होती है ?
चाश्त कि नमाज में 2 रकअत से लेकर 12 रकअत तक साबित है, लेकिन अगर कोई दो ही रकात अदा करें तो भी इस नमाज़ का सवाब मिलेगा ये आप पर डिपेंड करता है कि आप कितनी रकअत पढ़ते है जितना आप जेयादा पढ़ेगें उतना ही अल्लाह तआला कि क़ुर्बत हासिल होगी।
नमाज चाश्त कि निय्यत हिंदी में
नियत की मैंने चार रकअत नमाज़े चाश्त की नफ्ल वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा काअबा शरीफ़ की तरफ़ अल्लाहु अकबर।
चाश्त कि नमाज़ पढ़ने का मुकम्मल तरीका
Step 2. फिर सना पढ़े जो नमाज में पढ़ते हैं
Step 3. उसके बाद सुरह फातिहा पढ़े और कोई सूरह मिलायें और रुकूअ सजदा करें खड़े हो जायें
Step 4. फिर बिस्मिल्लाह पढ़कर सुरह फातिहा पढ़े और कोई सूरह मिलायें और रुकूअ सजदा करें बैठ जायें.
Step 5. इसके बाद तहिय्यात और दुरुद और दुआये मसूरह पढ़ कर सलाम फेर दें नमाज मुकम्मल हुई 2 रकअत अगर आप और पढ़ना चाहें तो इसी तरह बारह रकअत तक अदा कर सकते हैं फिर हर दो रकअत के बाद दुआ पढ़ सकते हैं |
नमाजे चशत की दुआ
नमाजे चशत में आप कोई भी दुआ कर सकते हैं या आप जो नमाज में दुआ करते हैं वो भी कर सकते हैं और अपने खेशो अकारिब अपने अजीज दोस्तों और अपने वालिदैन के लिए और अपनी मगफिरत के लिए दोआयें कर सकते हैं
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