ज़कात देने का फायदा क्या है - What Is The Benefit of Giving Zakat in Islam
ज़कात देने का फायदा क्या है - What Is The Benefit of Giving Zakat in Islam
अल्लाह ताला फरमाता है फलाह पाते वो हैं जो ज़कात अदा करते हैं और फरमाता है जो कुछ तुम खर्च करोगे अल्लाह ताला उसकी जगह और देगा और अल्लाह बेहतर रोज़ी देने वाला है और फरमाता है जो लोग बुखल करते हैं उसके को अल्लाह ने अपने फ़ज़ल से उन्हें दिया वो ये गुमान ना करें के ये उनके लिए अच्छा है बल्के ये उनके लिए बुरा है उसी चीज़ का क़यामत के दिन उनके गले में तोक़ डाला जाएगा जिसके साथ बुखल किया
ज़कात ना देने की सज़ा और नुक़सान क्या है
और फरमाता है जो लोग सोना चांदी जमा करते और उसे अल्लाह की राह में खर्च नहीं करते उन्हें दर्द नाक आज़ाब की खुश ख़बरी सुना दो जिस दिन जहन्नम की आग में तपाए जाएंगे और उनसे उनकी परेशानियां और करवटें और पीठें दाग़ी जाएंगी और उन से कहा जाएगा ये वह है जो तुम ने अपने नफ़्स के लिए जमा किया था तो अब चखो जो जमा करते थे
जमा किया ह़ा माल बर्बाद क्यूँ होता है
रसूल अल्ला सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया जो माल बर्बाद होता है वह ज़कात ना देने से बर्बाद होता है और फरमाया ज़कात देकर अपने मालों को मेज़बूत क़लों में कर लो और अपने बीमारों का एलाज सदक़ा से करो और बला नाज़िल होने पर दुआ और तज़र्ररा से इस्तेआनात करो _और फरमाया के अल्लाह ताला ने चार चीजें फर्ज़ की हैं जो इनमे से तीन अदा करे वह उसे कुछ काम ना देंगी जब तक पूरी चारों को ना बजालाए वह चारों यह है
- (1) नमाज़
- (2) ज़कात
- (3) रोज़ा
- (4) हज
जो ज़कात ना दे उसकी सजा क्या है ?
और फरमाया जो ज़कात ना दे उसकी नमाज़ क़ुबूल नहीं - ( तबरानी औसत अबू दाऊद इमाम अहमद तबरानी कबीर) 1 ज़कात फर्ज़ है इसका मुंकिर काफ़िर और ना देने वाला फ़सिक़ और क़त्ल का मुस्तहिक़ और अदा करने में देर करने वाल गुनहगार और मरदुदूश्शहदा ( आलम गिरी और बहांरे शरीयत) और भी फरमाया गया है क़यामत के दिन उसका धन एक गंजे सिर वाले ज़हरीले नर साँप की तरह कर दिया जाएगा जिसकी आँखों पर दो काले धब्बे होंगे।
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